tag:blogger.com,1999:blog-4049883018081672802.post8399673748801776973..comments2023-09-18T06:13:22.753-07:00Comments on Mahamandal.blogspot.com: " प्रश्नोपनिषद" Mahamandal blog spot.comhttp://www.blogger.com/profile/13272575761809156576noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-4049883018081672802.post-75134751647501963842020-05-28T19:34:55.678-07:002020-05-28T19:34:55.678-07:00 उपनिषदों के काल के विषय मे निश्चित मत नही है समान... उपनिषदों के काल के विषय मे निश्चित मत नही है समान्यत उपनिषदो का काल रचनाकाल ३००० ईसा पूर्व से ५०० ईसा पूर्व माना गया है। उपनिषदों के काल-निर्णय के लिए निम्न मुख्य तथ्यों को आधार माना गया है— <br /><br />~पुरातत्व एवं भौगोलिक परिस्थितियां। <br />~पौराणिक अथवा वैदिक ॠषियों के नाम। <br />~सूर्यवंशी-चन्द्रवंशी राजाओं के समयकाल। <br />~उपनिषदों में वर्णित खगोलीय विवरण। <br /><br /><br />प्रश्नोपनिषद अथर्ववेदीय शाखा के अन्तर्गत एक उपनिषद है। यह उपनिषद संस्कृत भाषा में लिखित है। इसके रचियता वैदिक काल के ऋषियों को माना जाता है परन्तु मुख्यत वेदव्यास जी को कई उपनिषदों का लेखक माना जाता है। इस उपनिषद् के प्रवक्ता आचार्य पिप्पलाद थे जो कदाचित् पीपल के गोदे खाकर जीते थे। (विकिपीडिया)<br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/08072195587800184592noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4049883018081672802.post-533918208608733162020-05-28T19:31:47.502-07:002020-05-28T19:31:47.502-07:00बहुत ही अच्छा प्रयास, हार्दिक बधाई!
जय श्री राम!!
...बहुत ही अच्छा प्रयास, हार्दिक बधाई!<br />जय श्री राम!!<br />इसी तरह विवेक ज्योति जलाते रहिये। Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/08072195587800184592noreply@blogger.com